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PM Vishwakatma Yojana |
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को सशक्त बनाना और उनके कौशल को आधुनिक उपकरणों के माध्यम से उन्नत करना है। यह योजना उन लोगों के लिए एक बड़ा अवसर है जो पारंपरिक व्यवसायों जैसे बढ़ईगीरी, लोहार, सुनार, दर्जी, धोबी आदि में कार्यरत हैं।
इस योजना के तहत, सरकार ने कारीगरों को ₹15,000 तक की टूल किट खरीदने के लिए e-voucher प्रदान करने की घोषणा की है। यह टूल किट उनके काम को अधिक प्रभावी और कुशल बनाने में मदद करेगी। इसके साथ ही, योजना में कौशल उन्नयन, प्रशिक्षण भत्ता और कम ब्याज पर ऋण जैसी सुविधाएं भी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना: मुख्य उद्देश्य
- पारंपरिक कौशल का संरक्षण:
- भारत के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को पहचान और सम्मान देना।
- तकनीकी उन्नति:
- आधुनिक उपकरणों और टूल किट्स के माध्यम से उनके काम की गुणवत्ता और उत्पादकता बढ़ाना।
- आर्थिक सहायता:
- कम ब्याज दर पर ऋण प्रदान करके आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना।
- डिजिटल लेन-देन को प्रोत्साहन:
- डिजिटल भुगतान अपनाने पर कैशबैक लाभ।
टूल किट में क्या-क्या शामिल है?
- आधुनिक हाथ के औजार
- मापन उपकरण
- मशीन टूल्स
- सुरक्षा उपकरण
- विशेष व्यवसाय-संबंधित औजार
PM Vishwakarma Yojana: किन्हें मिलेगा टूलकिट? आवेदन प्रक्रिया और योग्यता जानें
- योजना में पंजीकरण करें।
- 5-7 दिनों की बेसिक ट्रेनिंग पूरी करें।
- e-voucher प्राप्त करें।
- अधिकृत केंद्र से टूलकिट खरीदें।
योजना में पात्रता
- आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- आवेदक की आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।
- आवेदक असंगठित क्षेत्र में काम कर रहा हो।
- आवेदक किसी एक पारंपरिक व्यवसाय से जुड़ा हो।
शामिल व्यवसाय
- बढ़ई (Carpenter)
- लोहार (Blacksmith)
- सुनार (Goldsmith)
- दर्जी (Tailor)
- धोबी (Washerman)
- मछली जाल निर्माता (Fishing Net Maker)
- खिलौना निर्माता (Toy Maker)
- राजमिस्त्री (Mason)
- जूता निर्माता (Cobbler)
ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
- अपने नजदीकी CSC केंद्र पर जाएं।
- आधार कार्ड और मोबाइल नंबर का सत्यापन करवाएं।
- आवेदन फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन जमा करें और रसीद प्राप्त करें।
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- बैंक खाता पासबुक
- आय प्रमाण पत्र
- पेशे का प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
योजना के फायदे
- ₹15,000 का e-voucher टूल किट खरीदने के लिए।
- 5% ब्याज दर पर ₹3 लाख तक का ऋण।
- ट्रेनिंग भत्ता: ₹500 प्रति दिन।
- डिजिटल लेन-देन पर कैशबैक।
- e-commerce प्लेटफॉर्म पर उत्पाद बेचने की सुविधा।
योजना से जुड़े सुझाव
- आवेदन प्रक्रिया समय पर पूरी करें।
- सभी दस्तावेज सही तरीके से तैयार रखें।
- ट्रेनिंग प्रोग्राम में सक्रिय रूप से भाग लें।
- e-voucher का उपयोग केवल अधिकृत केंद्रों पर ही करें।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना भारत के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लिए एक क्रांतिकारी पहल है। यह न केवल उनके कौशल को उन्नत करने में मदद करती है बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने का अवसर भी प्रदान करती है।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। कृपया आधिकारिक पोर्टल या संबंधित विभाग से जानकारी की पुष्टि करें।